Widal Test Principle, Qualitative & Quantitative Widal Test Procedure in Hindi
Introduction
भारत जैसे विकासशील देशों में टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever) एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। यह बीमारी Salmonella Typhi और Salmonella Paratyphi नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। हर साल लाखों लोग इससे प्रभावित होते हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां साफ पानी और उचित स्वच्छता की कमी होती है।
इस बीमारी का पता लगाने के लिए कई टेस्ट उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से सबसे पुराना और सरल तरीका है – Widal Test ।
इस पोस्ट में आप विस्तार से जानेंगे:
* Widal Test का इतिहास और महत्व
* Widal Test का Principle (सिद्धांत)
* Qualitative Widal Test Procedure (स्लाइड टेस्ट)
* Quantitative Widal Test Procedure (स्लाइड टेस्ट)
* रिज़ल्ट की व्याख्या (Interpretation)
* टेस्ट की सीमाएं और वैकल्पिक जांच
Widal Test का इतिहास और महत्व
* George Ferdinand Widal ने 1896 में इस टेस्ट को विकसित किया।
* शुरुआत में इसे टाइफाइड के मरीजों की पहचान के लिए इस्तेमाल किया गया।
* यह आज भी भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ्रीका जैसे देशों में बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है।
* हालांकि, विकसित देशों में अब यह टेस्ट कम उपयोग होता है क्योंकि वहां अधिक सटीक और आधुनिक टेस्ट उपलब्ध हैं।
Widal Test Principle (सिद्धांत)
Widal Test एक Serological Test है। यह मरीज के खून में Salmonella बैक्टीरिया के खिलाफ बनने वाली एंटीबॉडी (Antibodies) को पहचानता है।
* Salmonella Typhi के दो मुख्य Antigen होते हैं:
* O Antigen (Somatic Antigen) – बैक्टीरिया की सेल वॉल पर पाया जाता है।
* H Antigen (Flagellar Antigen) – बैक्टीरिया की Flagella (पुंछ जैसी संरचना) पर पाया जाता है।
* Salmonella Paratyphi में AH और BH एंटीजन पाए जाते हैं।
जब शरीर बैक्टीरिया से संक्रमित होता है:
* Immune System इन एंटीजन के खिलाफ Antibodies बनाता है।
* जब सीरम को Widal Antigen किट के साथ मिलाया जाता है, तो Antigen-Antibody मिलकर Agglutination (क्लंपिंग/जमाव) बनाते हैं।
Simple Example: जैसे दूध में नींबू डालने से दही फटकर दाने बनते हैं, वैसे ही एंटीजन और एंटीबॉडी मिलने पर खून में जमाव (Agglutination) बनता है।
Widal Test के प्रकार
Widal Test दो प्रकार से किया जाता है:
1. Qualitative Widal Test - यह केवल बताता है कि एंटीबॉडी मौजूद हैं या नहीं।
2. Quantitative Widal Test- यह बताता है कि एंटीबॉडी कितनी मात्रा (Titer Value) में मौजूद हैं।
Qualitative Widal Test Procedure (स्लाइड टेस्ट)
यह टेस्ट केवल यह बताने के लिए है कि एंटीबॉडी मौजूद हैं या नहीं।
Materials Required:
* Clean widal test slide
* Widal Antigen Kit (O, H, AH, BH)
* Patient's serum
* Mixing stick/disposable applicator
* Disposable gloves and clean table
* Timer
* Micro pipette 5 -50μl
टेस्ट करने की विधि: Method of Testing:
* इस टेस्ट के लिए 6 Reaction circles वाली slide का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें O, H, AH, BH, PC और NC marked होगा।
1. patient’s serum की एक-एक drop चार reaction circles यानि, O, H, AH, BH में डालें।
2. Positive Control की एक बूंद PC circle में डालें और एक बूंद NC circle में डालें।
3. इसके बाद, O Antigen की one drop O circle में डालें, H Antigen की H सर्कल में, AH Antigen की AH सर्कल में और BH Antigen की BH सर्कल में डालें।
4. किसी भी Antigen की एक-एक drop यानि O, H, AH या BH को PC और NC दोनों सर्कल में डालें।
5. इसके बाद, सिरम और एंटीजेन को सर्कल में मिक्सिंग स्टिक से हल्के हाथ से अच्छे से मिलाएं ताकि मिश्रण सर्कल के बाहर न निकले और स्लाइड को स्पर्श करे।
6. सावधानी रखे मिश्रण एक-दूसरे के साथ मिलना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे test results प्रभावित हो सकते हैं।
7.अब Slide को धीमे धीमें गोलाकार घुमाएं, ताकि serum और reagent अच्छे से मिल सकें।
8. 1-2 मिनट के अंदर Agglutination देखें।
परिणाम (Result):
* यदि टेस्ट पॉज़िटिव है, तो टेस्ट PC (+ve कंट्रोल circle) के समान होगा,
* यदि टेस्ट नेगेटिव है, तो टेस्ट NC (-ve कंट्रोल circle) के समान होगा,
* Agglutination होता है → Positive Result
* Agglutination नहीं होता → Negative Result
अब टेस्ट के नतीजे Positive हैं, तो अगले चरण में Quantitative Test किया जाता है। Positive एंटीजेन का रीएजेंट लेंगे।
उदाहरण के तौर पर, अगर Qualitative Widal test में O पॉज़िटिव था, तो Quantitative Widal test में हम O एंटीजेन का रीएजेंट लेंगे।
Mostly O और H Salmonella Typhi को Diagnosis confirmed करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
Quantitative Widal Test Procedure (स्लाइड टेस्ट)
स्लाइड टेस्ट में निम्न तरीके अपनाते है-
* यदि Qualitative Widal Test में O पॉज़िटिव है तो हम O की Quantitative Test करेंगे और यदि H पॉज़िटिव है तो हम H की Quantitative Test करेंगे।
O और H दोनों पॉज़िटिव हैं तो इस तरीके को अपनाएं -
1. एक 8 सर्कल्स वाली widal स्लाइड का इस्तेमाल करें चार O और चार H antigen के लिए।
2. अब, यदि पिछले Qualitative Widal Test में O और H पॉज़िटिव था, तो ऊपर पंक्ति में क्रमश: हॉरिज़ॉन्टल तरीके से, O सर्कल्स -पहले सर्कल में 1:320, दूसरे में 1:160, तीसरे में 1:80,और चौथे सर्कल में 1:40 मार्क करें।
3. इसी तरह से नीचे पंक्ति में क्रमश: हॉरिज़ॉन्टल तरीके से H सर्कल्स -पहले सर्कल में 1:320, दूसरे में 1:160, तीसरे में 1:80,और चौथे सर्कल में 1:40 मार्क करें।
4. अब हॉरिज़ॉन्टल तरीके से पहले O सर्कल्स में मरीज़ का सिरम डालें- पहले सर्कल 1:320 में 5 μl सिरम डालें, दूसरे सर्कल 1:160 में 10 μl, तीसरे सर्कल 1:80 में 20 μl और चौथे सर्कल 1:40 मार्क में 40 μl |
5. इसी तरह से नीचे पंक्ति में क्रमश: हॉरिज़ॉन्टल तरीके से अब H सर्कल्स में मरीज़ का सिरम डालें- पहले सर्कल 1:320 में 5 μl सिरम डालें, दूसरे सर्कल 1:160 में 10 μl, तीसरे सर्कल 1:80 में 20 μl और चौथे सर्कल 1:40 मार्क में 40 μl |
6. अब चारों O सर्कल्स में O Antigen (रीएजेंट) की एक-एक बूंद डालें।
7. इसी तरह से चारों H सर्कल्स में H Antigen (रीएजेंट) की एक-एक बूंद डालें।
8. इसके बाद, सिरम और एंटीजेन को सर्कल में मिक्सिंग स्टिक से हल्के हाथ से अच्छे से मिलाएं ताकि मिश्रण सर्कल के बाहर न निकले और स्लाइड को स्पर्श करे।
9. सावधानी रखे एक मिश्रण दूसरे मिश्रण के साथ मिलना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे test results प्रभावित हो सकते हैं।
10. अब साइड को धीमे धीमें गोलाकार घुमाएं, ताकि serum और reagent अच्छे से मिल सकें।
11. 1-2 मिनट के अंदर Agglutination देखें।
परिणाम (Result):
* Agglutination होता है → Positive Result* Agglutination नहीं होता → Negative Result
टीप:- Widal Test 1:80 titer से ऊपर Positive Result माना जाता है।
रिज़ल्ट की व्याख्या (Interpretation)
* केवल एक बार पॉज़िटिव रिज़ल्ट आना हमेशा कन्फर्मेशन नहीं होता।
* असली महत्व तब होता है जब 5-7 दिन बाद टेस्ट रिपीट किया जाए और टाइटर Value बढ़े।
* अगर O एंटीबॉडी ज्यादा है → Early Infection।
* अगर H एंटीबॉडी ज्यादा है → Past Exposure या Recovery Stage।
Widal Test का Clinical महत्व
* भारत में सबसे ज्यादा उपयोग – क्योंकि सस्ता और आसान है।
* शुरुआती हफ्ते में सीमित उपयोग – पहले हफ्ते में एंटीबॉडी नहीं बनते।
* False Positive/Negative की संभावना – अन्य बीमारियों (जैसे मलेरिया, डेंगू) में भी एंटीबॉडी बन सकती है।
* कन्फर्मेशन टेस्ट नहीं – केवल संभावना बताता है।
इसलिए इसे Blood Culture, PCR, ELISA जैसे टेस्ट के साथ मिलाकर देखना बेहतर है।
मुख्य बिंदु
* Widal Test = Typhoid Diagnosis का सरल तरीका।
* Qualitative Test → केवल एंटीबॉडी की उपस्थिति बताता है।
* Quantitative Test → एंटीबॉडी की मात्रा (Titer Value) बताता है।
* False Result संभव है → इसलिए अन्य टेस्ट से मिलान जरूरी।
* भारत में आज भी यह टेस्ट बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
Widal Test एक आसान, सस्ता और व्यापक रूप से उपलब्ध टेस्ट है। यह ग्रामीण और छोटे शहरों में Typhoid की पहचान के लिए अभी भी प्राथमिक विकल्प है। लेकिन ध्यान रहे – इसे केवल एक supportive diagnostic tool के रूप में ही इस्तेमाल करना चाहिए।
*अगर लंबे समय से बुखार है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और सही टेस्ट करवाएं।
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