Jan 30, 2018

HIV Test कैसे करते है


HIV TEST

एड्स  ( AIDS )


एड्स   ‘अक्वायर्ड  इम्यून  डेफिशियेंसी  सिंड्रोम ’ (Acquired  Immune  Deficiency  Syndrome) , AIDS   या  ‘अर्जित  रोगक्षम  हीनता  संलक्षण ’  कहा  जाता  है |

एड्स  ऐसी  बीमारी  है  |  जिसमें  मनुष्य  की  रोग प्रतिरोधक  क्षमता  का  बिलकुल   ह्रास  हो जाता  है |  जिससे  रोगी  न  केवल  शारीरिक  एवं  मानसिक  रूप  से  दुर्बल  हो  जाता  है , अपितु  साधारण  बुखार,  सर्दी –खांसी  आदि   होने  पर  उनके  प्रभाव  को  वह  सहन  नही  कर पाता  हैं |  वह  या  तो  अत्यधिक  कष्ट  में  होता  है  या  अंततः  मृत्यु  को  प्राप्त  हो  जाता  है |

यह  ( AIDS )  एक  जानलेवा  बीमारी  है  जो  कि  HIV (Human Immunodeficiency Virus)  वायरस  के  द्वारा  होती  है |  HIV virus   के  कारण   रोग  प्रतिरोधक  क्षमता  कम  हो  जाती  है |  प्रयोगशाला  में  HIV  virus  परीक्षण  में  पाया  जा  सकता  है


एड्स  ( AIDS )  कैसे  उत्पन्न  होता  है :


कोई  भी  व्यक्ति  एड्स  से  संक्रमित  हो  सकता  है  और  कई  वर्षो  तक  पूर्ण  स्वस्थ्य  दिखाई और  महसूस  कर  सकता  है |  इस  समय  वह  बीमारी  फैलता  सकता  है |  एच.आई.वी.  वायरस  शरीर  में  एक  बार  पहुँचने   के  बाद  खून( Blood) , वीर्य (Semen),  और  योनि  रस (Vaginal Fluid)   में  पाया  जा  सकता  है |  वायरस  शरीर  में  धीरे-धीरे  आक्रमण  करते  हुए  रोग  प्रतिरोधक   क्षमता  को  ख़त्म कर  देता  है |


एड्स  ( AIDS )  कैसे  फैलता  है :


·        संक्रमित  व्यक्ति  से असुरक्षित  यौन –सम्बन्ध  बनाने  से |

·        संक्रमित सुई , इंजेक्शन, ब्लेड, सर्जरी औजारों  के  उपयोग  से |

·        संक्रमित  खून  चढ़ाने  से |  

·        संक्रमित  मां  के द्वारा  जन्म  लेने  वाले  बच्चे  को |


एड्स  ( AIDS )  नहीं   फैलता  है :


·        एड्स  रोग  से  ग्रस्त  रोगी  से  हाथ  मिलाने  से,  चूमने  से,  या  कसकर  पकड़ने  से |

·        एड्स  रोग  से  ग्रस्त  व्यक्ति  के  साथ  रहने  से  या  खाना  खाने  से |

·        छींकने  या खांसने  से  |

·        मच्छर  के  काटने  से |

·        आंसू  या थूक  से  एड्स  के  फैलने  का  कोई  निश्चित  प्रमाण  नहीं  है |





एड्स  ( AIDS )  के  लक्षण :


·     दस  प्रतिशत  से  ज्यादा  वजन  में  कमी |

·     एक  माह  से  ज्यादा  पुराना  दस्त |

·     एक  माह  से ज्यादा  लगातार  या  रुक-रुक  कर  आने  वाला  बुखार |

·     एक  महीने  से  ज्यादा  लगातार  खांसी |

·     सारे  शरीर में  खुजली |

·     बार-बार  हर्पीस  जोस्टर  का संक्रमण |

·     मुंह  व  गले  की  नली   में  कैंडिडा  फफूंद  का  संक्रमण |

·     धीरे धीरे  बढ़ने  वाला  पुराना  हर्पीस  सिम्पलेग्स |

·     सम्पूर्ण  शरीर  में  लिम्फ  गांठ  का  बढ़ना |


एड्स ( HIV )  के  लिए Test:


ELISA  Test- (Enzyme-linked immunosorbent assay) एड्स  की  जाँच  करने के  लिए ELISA  test  भी  किया  जाता  है।  यह  जांच  पॉजिटिव  आने  पर,  इसकी  पुष्टि करने  के  लिए  Western Blot  test  किया  जाता  है।  एच आई वी  संक्रमण  के  विंडो पीरियड ( संक्रमण  के  शरुआती 3 हफ्ते  से 6 महीने  तक  का  समय )  में  यह  जांच  फॉल्स नेगेटिव  भी  आ  सकती  है।  फॉल्स  नेगेटिव  का  मतलब,  परीक्षण  करने  पर  परिणाम नकारात्मक  हो, जबकि  वास्तव  में  वह  वायरस  शरीर  में  उपस्थित  होता  है।

Western Blot  test- HIV  एंटीबाडी  जाँच  को निश्चित  करता  है |

Viral Load Test  इस  जांच  में  खून  में  एच आई वी  वायरस  की  मात्रा  की  जांच  की जाती  है।  यह  जांच  उपचार  के  दौरान,  पीड़ित  में  हो  रहे  सुधार  के  आकलन  में  काम  आती है।

HIV Antigen Test  शरीर  में, एच आई वी  का  संक्रमण  होने  के  बाद, एंटीबॉडी  बनने में  काफी  वक़्त  लगता  है।  लेकिन  इसके  एंटीजन (नया एच आई वी वायरस) जल्दी  तैयार  हो जाते  हैं।  इसलिए  एच आई वी  एंटीजन  टेस्ट  करने  पर, एच आई वी  के  संक्रमण  होने  की पुष्टि  कुछ  दिनों  में  ही  हो  जाती  है  और  तुरंत  उपचार  एवं  अन्य  व्यक्तियो  में  इसके  फैलाव होने  से  भी  रोका  जा  सकता  है।

CD4 Count - CD4  सेल्स,  रोग  प्रतिरोधक  शक्ति  का  एक  महत्वपूर्ण  अंग  है।  सामान्य स्वस्थ्य  व्यक्ति  में CD4  सेल्स  कि  संख्या  500-1500 cells /mm3  होती  है।  यदि  किसी  व्यक्ति  में  CD4  सेल्स  कि  संख्या  200 cells /mm3  से  कम  आती  है,  तो  उस व्यक्ति  को  एड्स  से  पीड़ित  कहा  जाता  है।

Saliva Test- एक  कॉटन  पैड  पर  मुंह  के  अंदर  से  थूक (saliva)  का  नमूना  लेकर, प्रयोगशाला  में  जांच  की  जाती  है।  यह  जांच पॉजिटिव आने  पर, एच आई वी  की  पुष्टि  करने के  लिए, अन्य  ब्लड  टेस्ट  किये  जाते  हैं।

HIV  I & II-  मुख्य  रूप  से  दो  भागों  में  बांटा  गया  है, एच आई वी  टाइप 1 (HIV-1) और एच आई वी टाइप 2 (HIV-2),  इनमें  से  टाइप  1  का  सम्बन्ध,  पश्चिमी  अफ्रीका  में  पाये जाने  वाले, चिम्पांजी  और  गोरिल्ला  से  है।  एच आई वी टाइप 1  और  2  की  जाँच  करने  के लिए,  रक्त  परिक्षण  किया  जाता  है।  एड्स  के  diagnosis  करने  के  लिए  HIV  I & II  की  Blood test  की जाती  है  शरीर  में  HIV  का संक्रमण  होने  के  बाद  शरीर  HIV antibodies  का  निर्माण करती  है |  यह  antibodies  शरीर  में  निर्माण  होने  पर  व्यक्ति  को  HIV  Positive  कहा  जाता है |  HIV  के  संक्रमण  होने  के   बाद  शरीर  में   HIV antibodies   निर्माण  होने  में  1 से  2  हफ्ते  या  महीने  तक  का  समय  लगता  है  और  इस  समय  को  window period  कहा  जाता  है |  HIV  virus  शरीर   में  मौजूद   होने  के  बावजूद  इस  कालावधि   में   पीड़ित   व्यक्ति  की  HIV  Blood  report  सामान्य  आ  सकती   है |  और  दूसरो  को  infection  फैला  सकता  है  |





HIV – Lab technician  के  लिए  सावधानियाँ –


·        हमेशा hand  gloves  का  उपयोग  करके  ही  कार्य  करें |

·        Blood  या  specimen  को  छूने  से  बचे |

·        दूसरों  के  उपयोग  किये  हुए  ब्लेड , कान  के  इयरिंग,  नेलकटर ,  सीरिंज,  नीडल  इत्यादि  से बचे |

·        हमेशा  disposable  या  disinfection  syringe, surgical  instrument  का उपयोग  करें |

·        लैब  में  hand gloves,  फुल शर्ट ,  apron,  जूते मोन्जे   का  उपयोग  करे |

·        फैले  हुए  blood  को  साफ  करने  के लिए  नए  सोलुशन,  ब्लीच  और पानी  का  उपयोग  करें |

·        Test  के बाद  blood  sample  को  छूने, साफ  करने  के बाद  साबुन, स्प्रिट, एंटीसेप्टिक सोलुशन  का  use   करें |  


HIV Test  कैसे  करते  है – TRI-DOT  द्वारा


HIV Test  की  सुइधा  आज कल  प्रायः  सभी  pathology lab  में  उपलब्ध  है |  यह  viral  marker  test  के अंतर्गत  आता  है   और  प्रायः  compulsory  test  है  |


HIV TRI-DOT  द्वारा  HIV  Test  कैसे  करते  है


HIV TRI-DOT  Rapid  Visual  Test  for  the  Qualitative  Detection  of Antibodies  to  HIV 1  & HIV 2  in Human  Serum/Plasma  Separate  Dots  for  HIV 1. HIV 2  &  Control. 

HIV TRI-DOT    test   only  a  screening  test “ Reactive”  Result  को confirmatory  test  करें |


Requirement  -


·        HIV TRI-DOT  Test  device

·        Buffer  Solution

·        Protein-A  Conjugate

·        Sample Dropper Or Micro pipette with Tips



Requirement HIV Tri-Dot Test



Precautions –


·        अपने  हाथों  पर    hand gloves   लगायें  |

·        HIV TRI-DOT  kit   को  8-20 °C  पर  store   करे |

·        HIV TRI-DOT  kit  को  room tamperature   पर 10  मिनट   रखने  के  बाद  use  करे |

·        HIV TRI-DOT  devise  का  pouch,  test  के  समय  तुरंत  open  करे |

·        HIV TRI-DOT  devise  के  साथ  दिए  गए   accessories  आदि  single use  करे |

·        HIV TRI-DOT  devise  को  freezer  में  न  रखे |


Specimen Collection


·        HIV TRI-DOT  test  के  लिए  serum/plasma  ही use  करे |

·        Sample  dropper  or  microtips  single  ही  use करे |

·        Test  के  लिए  sample,  immediately  use  यदि  न हो  सके  तो  2 -8°C   पर  3 days  रख  सकते  है  

·        Specimen (sample ) को  test  से  पहले   10,000 rpm  पर  15 minutes centrifuge  करके  ही  use  करे |



Test  Procedure


·        HIV TRI-DOT  devise  को  test  से  पहले  room  tamperature  पर  रखे |

·        HIV TRI-DOT  devise  के  pouch  को  open  करे

·        Required  ID  or  patient  name  label  करे


Open the requirement HIV test


·        Add  3 drops  Buffer Solution,  device  के  center   (Test area )  में  डाले  |


HIV Test -Add 3 drops Buffer Solution



Buffer Solution  को   device  द्वारा  सोखने  के बाद

·        Add  1 (one) Drop  of  patients  sample  ( Serum/Plasma). (Kit के  साथ दिए गए   sample  dropper  ही  Use  करें   और  हर -एक  Test  के  लिए  separate  sample  dropper  Use  करें  )


HIV test - Add Serum or Plasma



patients  sample  को  device  द्वारा  सोखने  के बाद

·        Add  5  Drops  Buffer  Solution  का  फिर  डाले |


HIV test - Add 5 drop buffer solution



Buffer  Solution  को  device  द्वारा  सोखने  के बाद

·        Add  2  Drops  Liquid  Conjugate  का  directly  Conjugate  vial  से  डाले |


HIV test -- Add 2 drop Conjugate liquid



Liquid  Conjugate  को  device  द्वारा  सोखने  के बाद

·        Add  5  Drops  Buffer  Solution  का  फिर  डाले |



HIV - test Add 5 drop Buffer Solution



Read result 


Read  Result   immediately  and discard  the devise. क्योंकि  Devise  को  बहुत  ही  संक्रामक  माना  जाता है  |


Result


HIV TRI-DOT  devise  test  area  ( Center)  में   “Control ”  and  “HIV 1” “HIV 2”   Pink  Dots   दिखाई   देगा  |


Non Reactive


·        यदि   devise   में  केवल  One  Pink   Dot   “Control”   पर   दिखाई  दे  तो  इस  Patient Sample  में  HIV 1  &  HIV 2  Antibodies  -  Non  Reactive   हैं  |


HIV 1 & HIV 2 -  NON  REACTIVE



Reactive


·        यदि   devise   में  Two  Pink  Dots  “Control”   और  HIV  1  पर   दिखाई  दे  तो  इस  Patient Sample   में  HIV 1   Antibodies   -   Reactive   हैं  |


HIV 1  -  REACTIVE


·        यदि   devise   में  Two  Pink  Dots  “Control”   और  HIV  2  पर   दिखाई  दे  तो  इस  Patient Sample   में  HIV 2   Antibodies   -   Reactive   हैं  |


HIV 2  -  REACTIVE


·        यदि   devise   में   Three  Pink  Dots  “Control”   “HIV  1 ”  और  “HIV  2    तीनों  में   दिखाई  दे  तो  इस  Patient Sample   में   HIV 1  &   HIV  2  Antibodies   -   Reactive   हैं  |


HIV 1 & HIV 2 -  REACTIVE



Invalid  Test


·        यदि   devise   में   कोई   भी   Pink  Dots  “Control”   “HIV  1 ”  और  “HIV  2    तीनों  में   दिखाई  न  दे  या  पूरे  Center (area)  में  Pink  Color  दिखाई  दे   तो   यह   HIV  TRI-DOT  ख़राब  है |  यह  Test Invalid  हैं  |


HIV Invalid test



Centrifuge  कैसे करते  है





इस  प्रकार  से  आप  भी  HIV  TRI-DOT  device  से   HIV  Test  कर  सकते   है |


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